हमसे भुलाया ही नहीं जाता Admin शायरी महबूब की, प्रेम << सच्ची मोहब्बत एक जेल क़े क... क्या बनाने आये थे और क्या... >> हमसे भुलाया ही नहीं जाता,एक मुखलिस का प्यारलोग जिगर वाले हैं,जो रोज नया महबूब बना लेते हैं…. Share on: