अक्ल कहती है Admin क़ातिल शायरी, Love << इश्क की चोट का कुछ दिल पे... अपनी तो यारो बस इतनी सी क... >> अक्ल कहती है, ना जा कूचा-ए-क़ातिल की तरफसरफ़रोशी की हवस कहती है चल क्या होगा।This is a great अक्ल पर शायरी. Share on: