मैं ने कहा हो जल्वा-गर उस ने कहा नहीं नहीं मैं ने कहा मिला नज़र उस ने कहा नहीं नहीं मैं ने कहा ये शाम है उस ने कहा ये जाम है मैं ने कहा तो जाम भर उस ने कहा नहीं मैं ने कहा कहाँ मिलें उस ने कहा जहाँ कहीं मैं ने कहा कि बाम पर उस ने कहा नहीं नहीं मैं ने कहा कि रुख़ इधर उस ने कहा है चश्म-ए-तर मैं ने कहा कि सब्र कर उस ने कहा नहीं नहीं मैं ने कहा कि हो नज़र उस ने कहा कहाँ किधर मैं ने कहा 'मयंक' पर उस ने कहा नहीं नहीं