कोई भी काम सरसरी न करो काहिलों की बराबरी न करो मेहनतें रोज़ सुब्ह-ओ-शाम करो ख़ूब ‘इल्म-ओ-हुनर में नाम करो चाहे शतरंज हो कि क्रिकेट हो अपना हर खेल जीतना सीखो चाहे फूटबाल हो कि वाली-बाल जीतना है तुम्हें तो वो हर हाल चाहे अंग्रेज़ी हो कि अलजेब्रा वो कैमिस्ट्री सही हिसाब सही जी लगा कर पढ़ा करो सब कुछ चाहे अल्लाह की किताब सही सामने है तुम्हारे कम्पयूटर नई दुनिया का सामना है तुम्हें वक़्त के साथ साथ चलना है वक़्त का हाथ थामना है तुम्हें