आज खुला दुश्मन के पीछे दुश्मन थे By Sher << देखो तो एक जा पे ठहरती नह... सफ़र में ऐसे कई मरहले भी ... >> आज खुला दुश्मन के पीछे दुश्मन थे और वो लश्कर इस लश्कर की ओट में था Share on: