बात कुछ होगी यक़ीनन जो ये होते हैं निसार By Sher << चराग़ चाँद शफ़क़ शाम फूल ... अदा हुआ न कभी मुझ से एक स... >> बात कुछ होगी यक़ीनन जो ये होते हैं निसार हम भी इक रोज़ किसी शम्अ पे जल कर देखें Share on: