हाकिम-ए-इश्क़ ने जब अक़्ल की तक़्सीर सुनी By Sher << मिरी नज़र में वही मोहनी स... ये सूरज कब निकलता है उन्ह... >> हाकिम-ए-इश्क़ ने जब अक़्ल की तक़्सीर सुनी हो ग़ज़ब हुक्म दिया देस निकाला करने Share on: