मिस्र में हुस्न की वो गर्मी-ए-बाज़ार कहाँ By Sher << जिस का डर था वही हुआ यारो इश्क़ वो चार सू सफ़र है ज... >> मिस्र में हुस्न की वो गर्मी-ए-बाज़ार कहाँ जिंस तो है पे ज़ुलेख़ा सा ख़रीदार कहाँ Share on: