रहज़नों के हाथ सारा इंतिज़ाम आया तो क्या By Sher << दर-हक़ीक़त इत्तिसाल-ए-जिस... ऐ जुनूँ क्यूँ लिए जाता है... >> रहज़नों के हाथ सारा इंतिज़ाम आया तो क्या फिर वफ़ा के मुजरिमों में मेरा नाम आया तो क्या Share on: