दिल के छालों को कोई शायरी कहे तो परवाह नहीं। तकलीफ तो तब होती हैंBy April 18, 2018दिल के छालों को कोई शायरी कहे तो परवाह नहीं। तकलीफ तो तब होती हैं'जब लोग वाह-वाह करते हैं।'11151 viewsअन्य • Hindi599Share