मैंने हर गम खुशी में ढाला है Admin खुश करने वाली शायरी, अन्य << तमाम लोगों को अपनी अपनी म... हमें देख के चेहरा घुमा ले... >> मैंने हर गम खुशी में ढाला हैमेरा हर चलन निराला हैलोग जिन हादसों से मरते हैंमुझको उन हादसों ने पाला है। Share on: