स्मशान के बाहर लिखा था मंजिल तो तेरी यही थी

By April 18, 2018
स्मशान के बाहर लिखा था मंजिल तो तेरी यही थी
बस जिन्दगी गुजर गई आते आते. क्या मिला तुझे इस दुनिया को सता के
अपनों ने ही जला दिया तुझे जाते जाते ।
14089 viewsज़िन्दगीHindi