कितना चाहता हूँ तुझे यह मुझको पता नहीं Admin Sad Face Shayari, जुदाई << आज ना जाने क्यों आँख में ... अपनी बेबसी पर आज रोना आया >> कितना चाहता हूँ तुझे यह मुझको पता नहींमगर तुम्हारे सिवा कोई और दिल में बसा नहींज़माना दुश्मन हो गया चाहत का हमारीजुदा हो गए फिर से यह मेरी खता नहीं।upload to faceb Share on: