जाने क्या मुझसे ज़माना चाहता है! मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसाना चाहता है! जाने क्या बात Admin ज़माना शायरी, दर्द << अजी पहली बार कहा मिले थे ... भूले-भटके ही सही >> जाने क्या मुझसे ज़माना चाहता है!मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसाना चाहता है!जाने क्या बात झलकती है मेरे इस चेहरे से!हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है! Share on: