लफ्ज़ो से कह नहीं सकता ये बात बहोत गंभीर है Rajat Kumar Mehboob , Rajat Akela Dil, Bepeer, Ishq, Rajatakeladil, Pyar, Love, Hate , Miss You, Dard समझ न सके उन्हें हम क्योक... >> लफ्ज़ो से कह नहीं सकता ये बात बहोत गंभीर हैउसकी गली के बाहर उसकी पहचान का फकीर हैफकीर का दर्द उसका मेहबूब भी समझ ना सकाउस फकीर का मेहबूब भी कितना बेरहम बे-पीर है Share on: