न रुकी वक़्त की गर्दिश और न ज़माना बदला

By April 18, 2018
न रुकी वक़्त की गर्दिश और न ज़माना बदला... पेड़ सूखा तो परिन्दो ने ठिकाना बदला...!!! मुझे देखने वाले लाखो है. लेकिन मै जिसे देखता हुॅ
वो लाखो में एक है.
26616 viewsDardHindi