ना छेड़ किस्सा ऐ उल्फत बहुत लम्बी कहानी हे Admin लम्बी हिन्दी शायरी, Dard << जिन के शाम-बदन साये में म... खेल जिंदगी का एकतरफ़ा सा ... >> ना छेड़ किस्सा ऐ उल्फतबहुत लम्बी कहानी हे...मैं ज़माने से नहीं हारासिर्फ, किसी की बात मानी हे!... Share on: