मेरी बहोत सी खुशनुमा शामें बहोत पीछे छूट गई Rajat Kumar Rajat Akela Dil , Ishq, Pyar, Mohbbat, Emotions पागल से थे जो हम बेवजह इश... >> मेरी बहोत सी खुशनुमा शामें बहोत पीछे छूट गई उस दौर से जुड़ी हर एक डोर भी अब टूट गई !हर दिन खामोशी से गुजर जाता है पर अंदर शोर होता हैजान कर खुद के दिल को दिखाया मैंने इसलिए खुशियां रूठ गई !!Rajat Akela Dil Share on: