वो खिड़की अब खुलती ही नही जिसमे मेरा चाँद दिखता था Rajat Kumar Rajat Akela Dil, Shayari, Ishq Wala Love, Love, New Shayari, Sad Song , Sad Shayari, Emotions << एक रोज़ उनके दरवाज़े की क... لعنت ہو حُکمرانوں کے ایسے... >> वो खिड़की अब खुलती ही नही जिसमे मेरा चाँद दिखता था !वो बाज़ार अब नही लगता जिसमे चाँद का ताज़ बिकता था !!उस तवायफ ने भी नाचना छोड़ दिया वजह पूछी गयी तोबोलीवो शख्स ही अब नही आता जो सिर्फ मेरे लिए बहकता था !!Rajat Akela Dil Share on: