साए गली में जागते रहते हैं रात भर By Sher << शबनमी आँखों के जुगनू काँप... ऐ 'मुसहफ़ी' तू और... >> साए गली में जागते रहते हैं रात भर तन्हाइयों की ओट से झाँका न कर मुझे Share on: