सुख़न के कुछ तो गुहर मैं भी नज़्र करता चलूँBy zubair-rizviNovember 30, 2020सुख़न के कुछ तो गुहर मैं भी नज़्र करता चलूँअजब नहीं कि करें याद माह ओ साल मुझे80184 viewssher • Hindi03Share