तल्ख़ियाँ इस में बहुत कुछ हैं मज़ा कुछ भी नहीं

By kaleem-aajizNovember 3, 2020
तल्ख़ियाँ इस में बहुत कुछ हैं मज़ा कुछ भी नहीं
तल्ख़ियाँ इस में बहुत कुछ हैं मज़ा कुछ भी नहीं
ज़िंदगी दर्द-ए-मोहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं
16307 viewssherHindi