न जाने कब फिर से ये मंज़र सुहाना मिलेगा

By December 28, 2017
न जाने कब फिर से ये मंज़र सुहाना मिलेगा
न जाने कब फिर से ये मंज़र सुहाना मिलेगा

ये खिल-खिलाती हँसी और दोस्तों का याराना मिलेगा



क़ैद कर लो इन खूबसूरत लम्हों को अपनी यादों में यारो

इन्ही लम्हों से हमें ज़िंदगी में रोते हुए भी हँसने का बहाना मिलेगा।
20999 viewsDostiHindi