अच्छा सा कोई सपना देखो और मुझे देखो
By sarvat-husainNovember 17, 2020
अच्छा सा कोई सपना देखो और मुझे देखो
जागो तो आईना देखो और मुझे देखो
सोचो ये ख़ामोश मुसाफ़िर क्यूँ अफ़्सुर्दा है
जब भी तुम दरवाज़ा देखो और मुझे देखो
सुब्ह के ठंडे फ़र्श पे गूँजा उस का एक सुख़न
किरनों का गुलदस्ता देखो और मुझे देखो
बाज़ू हैं या दो पतवारें नाव पे रक्खी हैं
लहरें लेता दरिया देखो और मुझे देखो
दो ही चीज़ें इस धरती में देखने वाली हैं
मिट्टी की सुंदरता देखो और मुझे देखो
जागो तो आईना देखो और मुझे देखो
सोचो ये ख़ामोश मुसाफ़िर क्यूँ अफ़्सुर्दा है
जब भी तुम दरवाज़ा देखो और मुझे देखो
सुब्ह के ठंडे फ़र्श पे गूँजा उस का एक सुख़न
किरनों का गुलदस्ता देखो और मुझे देखो
बाज़ू हैं या दो पतवारें नाव पे रक्खी हैं
लहरें लेता दरिया देखो और मुझे देखो
दो ही चीज़ें इस धरती में देखने वाली हैं
मिट्टी की सुंदरता देखो और मुझे देखो
14785 viewsghazal • Hindi