आप देते नहीं सज़ा कोई किस भरोसे करें ख़ता कोई अब जो देखेंगे आइना कोई पहले सोचेंगे चुटकुला कोई मैं ने मस्जिद में जाना छोड़ दिया रोज़ मिल जाता था ख़ुदा कोई रो रहा हूँ मैं बच्चों की मानिंद और बहला नहीं रहा कोई छोड़ कर जा रहा हूँ घर लेकिन मुझ को समझा नहीं रहा कोई मर गए सब ख़िरद के हमले में दिल में वहशी नहीं बचा कोई