अब नया 'इश्क़ है उस का मिरी तन्हाई से

By nomaan-shauqueFebruary 27, 2024
अब नया 'इश्क़ है उस का मिरी तन्हाई से
या'नी मैं हार गया अपनी ही तन्हाई से
'ऐन उसी लम्हे में दस्तक हुई दरवाज़े पर
बंध गई थी ज़रा उम्मीद सी तन्हाई से


कुछ नए फूल ही बाज़ार में आए होते
मैं भी गुलदान सजाता नई तन्हाई से
मैं ने सोचा कि ख़ुदा कितना अकेला होगा
अपनी तन्हाई मिटाई बड़ी तन्हाई से


गढ़ता रहता हूँ यूँही वक़्त-गुज़ारी के लिए
रंग सन्नाटे से और रौशनी तन्हाई से
आख़िरी बार वो आया था 'अयादत को मगर
ख़ूब झगड़े किए दम तोड़ती तन्हाई से


85426 viewsghazalHindi