अस्ल सूरत छुपाने वाले बुरे

By shariq-kaifiFebruary 29, 2024
अस्ल सूरत छुपाने वाले बुरे
हर घड़ी मुस्कुराने वाले बुरे
इक 'अजब कशमकश में पड़ गया हूँ
मैं कि सारे ज़माने वाले बुरे


तीर तेरा लगे किसी को तो वाह
तुझ पे गोली चलाने वाले बुरे
सब का नश्शा उतार देते हैं
ज़ोर का दम लगाने वाले बुरे


कुछ हमारा भी ध्यान और कहीं
कुछ कहानी सुनाने वाले बुरे
एक इक नाम क्या गिनाऊँ मैं
सब तिरे साथ जाने वाले बुरे


हुस्न की ज़ात एक होती है
तू तिरे सब घराने वाले बुरे
46350 viewsghazalHindi