बंदों का मिज़ाज हम ने देखा

By gauhar-hoshiyarpuriOctober 30, 2020
बंदों का मिज़ाज हम ने देखा
क्या कुछ नहीं आज हम ने देखा
हिलते हुए तख़्त को सँभालो
गिरता हुआ ताज हम ने देखा


जीते तो ख़ुशी से मर न जाते
किस शख़्स का राज हम ने देखा
क्या क्या न तरस तरस गए हम
क्या क्या न समाज हम ने देखा


रोए हैं तो लोग रो पड़े हैं
अब के तो रिवाज हम ने देखा
'गौहर' को सलाम-ए-शौक़ पहुँचे
कुछ काम न काज हम ने देखा


94317 viewsghazalHindi