दिल में हसरत का दाग़ जलता है
By mubarak-mungeriApril 24, 2021
दिल में हसरत का दाग़ जलता है
या हरम में चराग़ जलता है
अब ख़िरद भी जुनूँ की राह लगी
दिल तो दिल है दिमाग़ जलता है
याद आती है आरज़ूओं की
दिल का एक-एक दाग़ जलता है
फूल हैं या दहकते अंगारे
फ़स्ल-ए-गुल है कि बाग़ जलता है
यास में भी ये हौसला दिल का
तीरगी में चराग़ जलता है
अब नशेमन की ख़ैर हो यारब
शो'ला-ए-गुल से बाग़ जलता है
या हरम में चराग़ जलता है
अब ख़िरद भी जुनूँ की राह लगी
दिल तो दिल है दिमाग़ जलता है
याद आती है आरज़ूओं की
दिल का एक-एक दाग़ जलता है
फूल हैं या दहकते अंगारे
फ़स्ल-ए-गुल है कि बाग़ जलता है
यास में भी ये हौसला दिल का
तीरगी में चराग़ जलता है
अब नशेमन की ख़ैर हो यारब
शो'ला-ए-गुल से बाग़ जलता है
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