इक नदी बस मुझे ख़ुशी देगी
By aditya-tiwari-shamsFebruary 22, 2025
इक नदी बस मुझे ख़ुशी देगी
आब देगी या तिश्नगी देगी
ज़िंदगी कह रही थी वो मुझ को
मौत के बा'द हर ख़ुशी देगी
तुझ को पाने का रास्ता मुझ को
तू नहीं तो तिरी कमी देगी
मर भी जाएँ अगर चले मा'लूम
वाक़'ई मौत मौत ही देगी
ज़िंदगी ख़ाक की तरह है 'शम्स'
फूल देगी तो ख़ार भी देगी
आब देगी या तिश्नगी देगी
ज़िंदगी कह रही थी वो मुझ को
मौत के बा'द हर ख़ुशी देगी
तुझ को पाने का रास्ता मुझ को
तू नहीं तो तिरी कमी देगी
मर भी जाएँ अगर चले मा'लूम
वाक़'ई मौत मौत ही देगी
ज़िंदगी ख़ाक की तरह है 'शम्स'
फूल देगी तो ख़ार भी देगी
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