फ़लक से उन को ख़ुदा के सलाम आते हैं

By hina-ambareenFebruary 6, 2024
फ़लक से उन को ख़ुदा के सलाम आते हैं
जो दूसरों की मुसीबत में काम आते हैं
कभी कभी कोई आता है उन में शहज़ादा
वगरना सैंकड़ों बिकने ग़ुलाम आते हैं


हक़ीक़ी काम ये है वो दिलों पे राज करे
उसे पर इस के 'अलावा भी काम आते हैं
मुशाहिदे से न सीखें तो तज्रबा कर लें
जो सुब्ह आ नहीं पाते वो शाम आते हैं


हमारी जेब में रक्खे हैं तज्रबे सारे
हमें ये खेल ज़माने तमाम आते हैं
ये दुनिया छान-फटक कर बनाएगी कुंदन
यहाँ पे पहले-पहल सब ही ख़ाम आते हैं


वो ख़ास लोग उन्ही में शरीक होते हैं
तुम्हारी बज़्म में अक्सर जो 'आम आते हैं
तुझे दिखाई न देते अगर ख़ुदा होते
हम इस लिए तिरे आगे मुदाम आते हैं


किसी ने क्यों न कहा मोमिनीन हद्द-ए-अदब
हुसैन जैसे मुक़द्दस इमाम आते हैं
48530 viewsghazalHindi