हम मूँद के पलकें कभी रोया नहीं करते

By shahnaz-naqviMarch 1, 2021
हम मूँद के पलकें कभी रोया नहीं करते
आँखों में जो आँसू हो तो सोया नहीं करते
हर तल्ख़ हक़ीक़त को उड़ाते हैं हँसी में
हम लोग किसी बात पे रोया नहीं करते


इक उम्र गुज़ारी है तो मा'लूम हुआ है
कश्ती को किनारे पे डुबोया नहीं करते
आँखों से जो झड़ते हैं वो आँसू ही बहुत हैं
कलियों का तो हम हार पिरोया नहीं करते


ज़ेबाइश-ए-दामान-ए-मोहब्बत है इसी से
लग जाए अगर दाग़ तो धोया नहीं करते
इज़हार-ए-मोहब्बत कभी उस दुश्मन-ए-जाँ से
इस तरह से करते हैं कि गोया नहीं करते


खो कर तुम्हें एहसास हुआ मुझ को ये 'शहनाज़'
यूँ पा के किसी दोस्त को खोया नहीं करते
52466 viewsghazalHindi