जब 'अक्स मिरा शोर मचाने में लग गया
By ali-sajidJune 2, 2024
जब 'अक्स मिरा शोर मचाने में लग गया
कमरे से मैं भी ख़ुद को भगाने में लग गया
अलमारियों से चीख़ रहे हैं तुम्हारे ख़त
फिर हूँ हवा में उन को जलाने में लग गया
इस बार मैं ने ख़्वाब में तस्वीर फाड़ दी
इस बार मैं भी उस को भुलाने में लग गया
इक चोट मेरे जिस्म को खाने में लग गई
इक ख़्वाब मेरी आँख चबाने में लग गया
कमरे से मैं भी ख़ुद को भगाने में लग गया
अलमारियों से चीख़ रहे हैं तुम्हारे ख़त
फिर हूँ हवा में उन को जलाने में लग गया
इस बार मैं ने ख़्वाब में तस्वीर फाड़ दी
इस बार मैं भी उस को भुलाने में लग गया
इक चोट मेरे जिस्म को खाने में लग गई
इक ख़्वाब मेरी आँख चबाने में लग गया
20998 viewsghazal • Hindi