जब मुझे काम का बताया गया

By shariq-kaifiFebruary 29, 2024
जब मुझे काम का बताया गया
और भी मुझ पे ज़ुल्म ढाया गया
और तो हम से क्या कमाया गया
तेरा ग़म था सो बेच खाया गया


उस का पहला सवाल वापसी पर
रास्ता क्यों नहीं सजाया गया
हो चुके थे बला के हम तैराक
जब हमें डूबना सिखाया गया


हर ग़ज़ल के जवाब में मेरी
एक बाज़ारू गीत गाया गया
था कोई राज़ बे-ज़बानी का
जिस को आवाज़ में छुपाया गया


चाक़-ओ-चौबंद मुझ को रहना पड़ा
मेरे इतना क़रीब आया गया
73817 viewsghazalHindi