जब मुझे मौत आ रही होगी

By aditya-tiwari-shamsFebruary 22, 2025
जब मुझे मौत आ रही होगी
सामने पूरी ज़िंदगी होगी
चीख़ कर कोई थक चुका होगा
तब कहीं ख़ामुशी हुई होगी


सोचता हूँ कि जब न होगे तुम
बा'द भी उस के ज़िंदगी होगी
हिज्र की शब के बा'द मेरे लिए
हिज्र की एक सुब्ह भी होगी


बात राजा पे आ गई है अब
उस को प्यादों की फ़िक्र भी होगी
मेरे आने से क्या बढ़ा था कुछ
मेरे जाने से क्या कमी होगी


मेरे महफ़िल से जाने पर भी 'शम्स'
दम-ब-दम यूँ ही शा'इरी होगी
70899 viewsghazalHindi