जश्न तुझे ठुकरा कर होगा
By shariq-kaifiFebruary 29, 2024
जश्न तुझे ठुकरा कर होगा
रोना-धोना गा कर होगा
सच जो काम नहीं कर पाया
झूटी ख़बर उड़ा कर होगा
ओढ़ के सोने वाला अँधेरा
अपनी धूप कमा कर होगा
बैठ के सोचो हल मुश्किल का
क्या कमरा फैला कर होगा
क्यों जाएज़ है क़त्ल हमारा
ये हम को समझा कर होगा
जिस की ख़ाक से हम पैदा हैं
ग़ुस्ल उसे दफ़ना कर होगा
मरने से घबरा तो रहा हूँ
लेकिन क्या घबरा कर होगा
रोना-धोना गा कर होगा
सच जो काम नहीं कर पाया
झूटी ख़बर उड़ा कर होगा
ओढ़ के सोने वाला अँधेरा
अपनी धूप कमा कर होगा
बैठ के सोचो हल मुश्किल का
क्या कमरा फैला कर होगा
क्यों जाएज़ है क़त्ल हमारा
ये हम को समझा कर होगा
जिस की ख़ाक से हम पैदा हैं
ग़ुस्ल उसे दफ़ना कर होगा
मरने से घबरा तो रहा हूँ
लेकिन क्या घबरा कर होगा
91825 viewsghazal • Hindi