कही जो बात वो सच भी मगर मानी नहीं जाती
By swati-sani-reshamFebruary 29, 2024
कही जो बात वो सच भी मगर मानी नहीं जाती
मिरे छोटे से दिल की ये परेशानी नहीं जाती
वो बेटा है मैं बेटी हूँ यही इक फ़र्क़ है हम में
मिरी क़िस्मत में है पिंजरा वाँ शैतानी नहीं जाती
किसी के आँख का पानी किसी के दिल की वीरानी
अगर पर्दे के पीछे हो तो पहचानी नहीं जाती
वो आधे चाँद के छुपने पे तारों का चमक उठना
ये मंज़र बारहा देखा प हैरानी नहीं जाती
इसी उम्मीद में थे हम कि दुनिया में सुकूँ होगा
ख़बर जग भर की रखते हैं प नादानी नहीं जाती
किसी के दिल को तोड़ा था हुई थी ये ख़ता हम से
बहुत मुद्दत हुई लेकिन पशेमानी नहीं जाती
बड़ी लम्बी छलांगें हैं बहुत ऊँचे हैं सब सपने
मिरे पोशीदा ख़्वाबों की फ़रावानी नहीं जाती
मिरे छोटे से दिल की ये परेशानी नहीं जाती
वो बेटा है मैं बेटी हूँ यही इक फ़र्क़ है हम में
मिरी क़िस्मत में है पिंजरा वाँ शैतानी नहीं जाती
किसी के आँख का पानी किसी के दिल की वीरानी
अगर पर्दे के पीछे हो तो पहचानी नहीं जाती
वो आधे चाँद के छुपने पे तारों का चमक उठना
ये मंज़र बारहा देखा प हैरानी नहीं जाती
इसी उम्मीद में थे हम कि दुनिया में सुकूँ होगा
ख़बर जग भर की रखते हैं प नादानी नहीं जाती
किसी के दिल को तोड़ा था हुई थी ये ख़ता हम से
बहुत मुद्दत हुई लेकिन पशेमानी नहीं जाती
बड़ी लम्बी छलांगें हैं बहुत ऊँचे हैं सब सपने
मिरे पोशीदा ख़्वाबों की फ़रावानी नहीं जाती
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