ख़मोश रात में कुछ यूँ तुझे सदा देंगे
By jamal-ehsaniFebruary 26, 2024
ख़मोश रात में कुछ यूँ तुझे सदा देंगे
कि चाँद को भी तिरे साथ हम जगा देंगे
भला ये ताज़ा रह-ओ-रस्म ख़ाक देगी हमें
पुराने यार कोई ज़ख़्म तो नया देंगे
अकेले हम पे है रुस्वाइयों का बोझ इतना
कि शायद अब तो तिरा नाम भी बता देंगे
हम उस से तर्क-ए-त'अल्लुक़ के बा'द सोचते हैं
किसे सलाम करेंगे किसे दु'आ देंगे
चलो सफ़र ही कटेगा कुछ अपना हाल कहो
जो हम पे 'इश्क़ में बीती है हम सुना देंगे
कि चाँद को भी तिरे साथ हम जगा देंगे
भला ये ताज़ा रह-ओ-रस्म ख़ाक देगी हमें
पुराने यार कोई ज़ख़्म तो नया देंगे
अकेले हम पे है रुस्वाइयों का बोझ इतना
कि शायद अब तो तिरा नाम भी बता देंगे
हम उस से तर्क-ए-त'अल्लुक़ के बा'द सोचते हैं
किसे सलाम करेंगे किसे दु'आ देंगे
चलो सफ़र ही कटेगा कुछ अपना हाल कहो
जो हम पे 'इश्क़ में बीती है हम सुना देंगे
98340 viewsghazal • Hindi