ख़याल सा है कि तू सामने खड़ा था अभी

By shariq-kaifiFebruary 29, 2024
ख़याल सा है कि तू सामने खड़ा था अभी
ग़ुनूदगी में हूँ शायद मैं सो गया था अभी
फिर उस की शक्ल ख़यालों में साफ़ बनने लगी
ये मसअला तो वही है जो हल हुआ था अभी


सुना है फिर कोई मुझ को बचाना चाहता है
किसी तरह तो मिरा फ़ैसला हुआ था अभी
यहीं खड़ा था वो आँखों में कितने ख़्वाब लिए
मैं उस को उस का नया घर दिखा रहा था अभी


उसी के बारे में सोचा तो कुछ न था मा'लूम
उसी के बारे में इतना कहा सुना था अभी
83250 viewsghazalHindi