ख़ुद को क्या ख़ून रुलाओगे बताओ तो सही
By aarif-nazeerAugust 4, 2024
ख़ुद को क्या ख़ून रुलाओगे बताओ तो सही
तुम मुझे कैसे भुलाओगे बताओ तो सही
ऐसे चुप-चाप तुम्हें मैं नहीं जाने दूँगा
तुम कभी लौट के आओगे बताओ तो सही
मुद्दत-ए-हिज्र मुकर्रर मुझे मंज़ूर मगर
अपने सीने से लगाओगे बताओ तो सही
याद में मेरी सभी काम से ग़ाफ़िल हो कर
चार आँसू भी बहाओगे बताओ तो सही
रतजगे मेरे मुक़द्दर में लिखे हैं तुम ने
और ख़ुद ख़्वाब सजाओगे बताओ तो सही
तुम से पहले भी कई लोग मुझे छोड़ गए
मैं जो रूठूँगा मनाओगे बताओ तो सही
तुम किसी को जो कभी मेरा हवाला दोगे
मेरी ग़ज़लें भी सुनाओगे बताओ तो सही
जब दवा काम न कर पाएगी मुझ पर 'आरिफ़'
तुम मसीहाई को आओगे बताओ तो सही
तुम मुझे कैसे भुलाओगे बताओ तो सही
ऐसे चुप-चाप तुम्हें मैं नहीं जाने दूँगा
तुम कभी लौट के आओगे बताओ तो सही
मुद्दत-ए-हिज्र मुकर्रर मुझे मंज़ूर मगर
अपने सीने से लगाओगे बताओ तो सही
याद में मेरी सभी काम से ग़ाफ़िल हो कर
चार आँसू भी बहाओगे बताओ तो सही
रतजगे मेरे मुक़द्दर में लिखे हैं तुम ने
और ख़ुद ख़्वाब सजाओगे बताओ तो सही
तुम से पहले भी कई लोग मुझे छोड़ गए
मैं जो रूठूँगा मनाओगे बताओ तो सही
तुम किसी को जो कभी मेरा हवाला दोगे
मेरी ग़ज़लें भी सुनाओगे बताओ तो सही
जब दवा काम न कर पाएगी मुझ पर 'आरिफ़'
तुम मसीहाई को आओगे बताओ तो सही
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