ख़ुदा ने ख़ुश मुझे औक़ात से ज़ियादा किया

By jamal-ehsaniFebruary 26, 2024
ख़ुदा ने ख़ुश मुझे औक़ात से ज़ियादा किया
कि हाथ तंग रखा और दिल कुशादा किया
मुहीत चारों तरफ़ एक इस्म है जिस ने
नज़र में रंग भरे आइने को सादा किया


कभी फ़लक कभी धरती ने दी पनाह मुझे
कभी ख़ुदा से कभी ख़ुद से इस्तिफ़ादा किया
अज़ल से उस का गिरफ़्तार-ए-‘इश्क़ हूँ जिस ने
दिये को रौशनी में चाँद से ज़ियादा किया


बस एक सत्ह-ए-यक़ीं पर रहे हमेशा हम
न मैं ने 'अर्ज़ कभी की न उस ने वा'दा किया
तिरा करम कि कोई काम आ पड़ा उस दम
मैं जब कभी तिरे इंकार का इरादा किया


मिरे ख़ुदा ने मिरा रिज़्क़ मुझ को पहुँचाया
'जमाल' घर से निकलने का जब इरादा किया
89339 viewsghazalHindi