किसी को अपना बना लो किसी के हो जाओ
By shakeel-azmiFebruary 29, 2024
किसी को अपना बना लो किसी के हो जाओ
कि ज़िंदगी है यही ज़िंदगी के हो जाओ
विसाल हो कि जुदाई वफ़ा ज़रूरी है
बस एक 'इश्क़ करो और उसी के हो जाओ
तुम आसमान में फिरते हो चाँद बन के कहाँ
ज़मीं पे आओ मिरी शा'इरी के हो जाओ
मैं मंज़िलों से निकल कर भटकना चाहता हूँ
ऐ रास्तो मिरी आवारगी के हो जाओ
मिरे गुनाह मिरे साथ आओ मस्जिद में
गवाह तुम भी मिरी बंदगी के हो जाओ
कि ज़िंदगी है यही ज़िंदगी के हो जाओ
विसाल हो कि जुदाई वफ़ा ज़रूरी है
बस एक 'इश्क़ करो और उसी के हो जाओ
तुम आसमान में फिरते हो चाँद बन के कहाँ
ज़मीं पे आओ मिरी शा'इरी के हो जाओ
मैं मंज़िलों से निकल कर भटकना चाहता हूँ
ऐ रास्तो मिरी आवारगी के हो जाओ
मिरे गुनाह मिरे साथ आओ मस्जिद में
गवाह तुम भी मिरी बंदगी के हो जाओ
12225 viewsghazal • Hindi