क्या बताऊँ मैं तुम को कहानी मिरी

By shafique-saifiFebruary 29, 2024
क्या बताऊँ मैं तुम को कहानी मिरी
ज़िंदगी खा गई है जवानी मिरी
तेरे ग़म ने बिगाड़ा है चेहरा मिरा
सारी दुनिया थी वर्ना दिवानी मिरी


मेरे सीने पे कश्ती चलाओगे तुम
तुम ने देखी कहाँ है रवानी मिरी
बोलता है मुझे याद करता नहीं
पास रखता है लेकिन निशानी मिरी


मेरी नींदों को बर्बाद कर के 'शफ़ीक़'
चैन से सो रही है वो रानी मिरी
46776 viewsghazalHindi