क्या मिलेगा सुकूँ कि वहशत है

By mohammad-haneefJune 9, 2021
क्या मिलेगा सुकूँ कि वहशत है
हो के बेकल फिरूँ कि वहशत है
किसी जानिब भी दिल नहीं लगता
इश्क़ है या जुनूँ कि वहशत है


दौड़ता हूँ इधर-उधर कैसे
बे-क़रारी है चूँ-कि वहशत है
काटती है ये झोंपड़ी मुझ को
उस की जानिब चलूँ कि वहशत है


ये मिरा इज़्तिराब है क्या है
है ये हाल-ए-ज़बूँ कि वहशत है
है ये कोई फ़ुसूँ कि वहशत है
कुछ परेशान हूँ कि वहशत है


22537 viewsghazalHindi