क्यारी क्यारी ख़ाली है
By jamal-ehsaniFebruary 26, 2024
क्यारी क्यारी ख़ाली है
गहरी सोच में माली है
रंग है वो उड़ने वाला
इक तस्वीर बना ली है
हाथ हवाओं में लहराए
गाड़ी जाने वाली है
ना-मानूस लब-ओ-लहजा
सूरत देखी-भाली है
माएँ दरवाज़ों पर हैं
बारिश होने वाली है
कुछ नहीं उस की मुट्ठी में
मेरा हाथ भी ख़ाली है
फिर इफ़्शा इक राज़ हुआ
फिर इक बात छुपा ली है
लहराई ज़ख़्मों की फ़स्ल
बदन बदन हरियाली है
अब ये बूढ़ी दुनिया 'जमाल'
आँख झपकने वाली है
गहरी सोच में माली है
रंग है वो उड़ने वाला
इक तस्वीर बना ली है
हाथ हवाओं में लहराए
गाड़ी जाने वाली है
ना-मानूस लब-ओ-लहजा
सूरत देखी-भाली है
माएँ दरवाज़ों पर हैं
बारिश होने वाली है
कुछ नहीं उस की मुट्ठी में
मेरा हाथ भी ख़ाली है
फिर इफ़्शा इक राज़ हुआ
फिर इक बात छुपा ली है
लहराई ज़ख़्मों की फ़स्ल
बदन बदन हरियाली है
अब ये बूढ़ी दुनिया 'जमाल'
आँख झपकने वाली है
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