लौट आएगा देखना मिरे दोस्त जगमगाएगा रास्ता मिरे दोस्त हज़रत-ए-'दाग़' के मैं साए में हूँ हज़रत-ए-'जौन-एलिया' मिरे दोस्त कुछ गुनहगार भी हैं यार मिरे और हैं चंद पारसा मिरे दोस्त मैं तुझे छोड़ कर न जाता मगर आड़े आई मिरी अना मिरे दोस्त मैं मिरा कमरा मेरी वहशत तू ख़ामुशी शोर इक ख़ला मिरे दोस्त कभी फ़िक्र-ए-मआ'श और कभी दिल दुख हैं मेरे जुदा जुदा मिरे दोस्त यार 'ए'ज़ाज़' चल निकलते हैं मौत ने मुझ से कह दिया मिरे दोस्त