मैं तो इस बात पे तैयार नहीं हो सकता
By salim-saleemFebruary 28, 2024
मैं तो इस बात पे तैयार नहीं हो सकता
तुझ को खोने का रवादार नहीं हो सकता
अपने घर ही में दिखाना है तमाशा-ए-जुनूँ
खेल अब ये सर-ए-बाज़ार नहीं हो सकता
कुछ तो सोचें कि न जाने का बहाना मिल जाए
वो बुलाएगा तो इंकार नहीं हो सकता
इस किनारे से फ़क़त देखता रहता हूँ उसे
जानता हूँ कि मैं उस पार नहीं हो सकता
तुझ को खोने का रवादार नहीं हो सकता
अपने घर ही में दिखाना है तमाशा-ए-जुनूँ
खेल अब ये सर-ए-बाज़ार नहीं हो सकता
कुछ तो सोचें कि न जाने का बहाना मिल जाए
वो बुलाएगा तो इंकार नहीं हो सकता
इस किनारे से फ़क़त देखता रहता हूँ उसे
जानता हूँ कि मैं उस पार नहीं हो सकता
39827 viewsghazal • Hindi