महवर मुझे बना सकते हो

By shariq-kaifiFebruary 29, 2024
महवर मुझे बना सकते हो
अपनी धूप बचा सकते हो
ख़्वाब तवाना है तो क्या है
जिस्म से धोका खा सकते हो


गठरी रख दें पीठ टिका लें
इतनी जगह बना सकते हो
कोई बदल मिलने तक मेरा
मुझ से काम चला सकते हो


आज नहीं पाबंदी कोई
मौत का घर है आ सकते हो
तुम से झगड़ते डर लगता है
माज़ी बीच में ला सकते हो


शक्ल बदल कर आता हूँ मैं
तुम तब तक सुस्ता सकते हो
50265 viewsghazalHindi