मिरे तसव्वुर में आ रहे हो
By umood-abrar-ahmadMarch 1, 2024
मिरे तसव्वुर में आ रहे हो
मुझे निशाना बना रहे हो
अभी कहानी सुनी नहीं है
ख़याल अपना सजा रहे हो
फ़िराक़ में जो गुज़र गए दिन
उसी में दिल को जला रहे हो
मोहब्बतों में विसाल लाज़िम
मुझे कहानी सुना रहे हो
मैं पहले नादान थी मिरी जाँ
अभी भी पागल बना रहे हो
मुझे ख़सारे में डाल कर तुम
ज़मीर अपना बचा रहे हो
कहीं ये तुम को न मात दे दे
जो चाल अपनी चला रहे हो
मुझे निशाना बना रहे हो
अभी कहानी सुनी नहीं है
ख़याल अपना सजा रहे हो
फ़िराक़ में जो गुज़र गए दिन
उसी में दिल को जला रहे हो
मोहब्बतों में विसाल लाज़िम
मुझे कहानी सुना रहे हो
मैं पहले नादान थी मिरी जाँ
अभी भी पागल बना रहे हो
मुझे ख़सारे में डाल कर तुम
ज़मीर अपना बचा रहे हो
कहीं ये तुम को न मात दे दे
जो चाल अपनी चला रहे हो
19279 viewsghazal • Hindi