नया नज़ारा भी देखा हुआ दिखाता है
By haris-bilalFebruary 6, 2024
नया नज़ारा भी देखा हुआ दिखाता है
तुम्हारा साथ भी क्या मो'जिज़ा दिखाता है
किसी से अपने त'अल्लुक़ को जाँचना पड़ जाए
तो देखना वो तुम्हें ख़्वाब क्या दिखाता है
वो मुझ से दूर मिरे साथ चलता है जैसे
वो इक सितारा है और रास्ता दिखाता है
गुज़रते वक़्त को इक माइक्रोस्कोप समझ
जो क़ुर्बतों में छुपा फ़ासला दिखाता है
कहा मु'आफ़ कि जंगल घना है और मिरे चाँद
यहाँ पे तुझ से ज़ियादा दिया दिखाता है
घड़ी से तेज़ है शायद ये आइना 'हारिस'
कि पीछे वालों को आगे खड़ा दिखाता है
तुम्हारा साथ भी क्या मो'जिज़ा दिखाता है
किसी से अपने त'अल्लुक़ को जाँचना पड़ जाए
तो देखना वो तुम्हें ख़्वाब क्या दिखाता है
वो मुझ से दूर मिरे साथ चलता है जैसे
वो इक सितारा है और रास्ता दिखाता है
गुज़रते वक़्त को इक माइक्रोस्कोप समझ
जो क़ुर्बतों में छुपा फ़ासला दिखाता है
कहा मु'आफ़ कि जंगल घना है और मिरे चाँद
यहाँ पे तुझ से ज़ियादा दिया दिखाता है
घड़ी से तेज़ है शायद ये आइना 'हारिस'
कि पीछे वालों को आगे खड़ा दिखाता है
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